राजभाषा प्रकोष्ठ
राजभाषा प्रकोष्ठ संस्थान में हिंदी के कार्यों को बढ़ाने का कार्य करता है, साथ ही साथ इस प्रकोष्ठ की ज़िम्मेदारी है कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली एवं राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, नई दिल्ली से जारी आदेशो का संस्थान में क्रियान्वयन कराया जाये। इस संस्थान को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, (कार्यालय-3) की ज़िम्मेदारी दी गई है। जिसमे लखनऊ स्थित केंद्र सरकार के 70 कार्यालय सदस्य हैं, इसके तहत इस प्रकोष्ठ की यह ज़िम्मेदारी भी है की प्रत्येक जून एवं नवम्बर माह में सभी कार्यालयों की एक बैठक का आयोजन करना, जिसमें राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि भाग लेते हैं। उसके पहले सभी कार्यालयों से छमाही प्रतिवेदन को मँगवा करके, उसकी समीक्षा करना समीक्षा के उपरांत 10 कार्यालयों को पुरस्कृत करना उन कार्यालयों से प्रकाशित राजभाषा पत्रिका को मँगवा कर मूल्यांकन उपरान्त तीन को पुरस्कृत करना। नराकास बैठक की कार्यवृत्त एवं प्रतिवेदन को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, को भेज कर सूचित किया जाता है । संस्थान के तिमाही प्रगति प्रतिवेदन को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, नई दिल्ली एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली को समय पर भेजा जाता है। संस्थान में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नियमित रूप से हिंदी भाषा में कार्य करने हेतु प्रेरित करने तथा और अधिक कार्यकुशल बनाने के लिए वर्ष के प्रत्येक तिमाही में हिंदी कार्यशाला का आयोजन राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा किया जाता है। साथ ही संस्थान कि राजभाषा पत्रिका इक्षु का प्रत्येक छमाही में प्रकाशन किया जाता है। वर्ष के सितंबर माह में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जाता है जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
समय-समय पर राजभाषा हिंदी के विभिन्न विषयों पर चर्चा का आयोजन कराया जाता है जिससे कार्यालय में हिंदी में कार्य करने में आने वाली कठिनाइयों का समाधान किया जा सके। संस्थान के तकनीकों पर हिंदी में साहित्य का सर्जन कर किसानों तक पहुचाने में यह प्रकोष्ठ महत्वपूर्ण योगदान देता है।
सम्पर्क:
राजभाषा प्रभारी एवं सचिव, नराकास कार्यालय (3) : डा. मनोज कुमार त्रिपाठी, प्रधान वैज्ञानिक
ईमेल: manoj.tripathi2@icar.gov.in, मो.: 9457243357
हिंदी अधिकारी: श्री अभिषेक कुमार सिह
ईमेल: abhishek.singh@icar.gov.in, मो.: 9628830936