प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि का सजीव प्रसारण कार्यक्रम
भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में दिनाँक 18/06/2024 को प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि की 17वीं किस्त जारी करने के उपलक्ष्य में आयोजित सजीव प्रसारण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार, राज्य मंत्री माननीय डॉ.चन्द्रशेखर पेम्मासानी, भारत सरकार, ने अध्यक्षता की, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उपमहानिदेशक (कृषि प्रसार), डॉ. यू. एस. गौतम और श्रीमती दीपारंजन, निदेशक, ग्रामीण आजीविका मिशन, भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक महोदय डॉ. आर. विस्वनाथन ने अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर किया। प्रारंभ में, कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन और परिषद गीत के साथ किया गया। निदेशक महोदय ने गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ की गतिविधियों के बारे में अवगत कराते हुये विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ.चन्द्रशेखर पेम्मासानी ने बताया कि किसानों के सुनियोजित विकास के लिए भारत सरकार ने पीएम-किसान सम्माननिधि योजना 2019 में शुरू की थी। इस योजना के तहत अब तक 11 करोड़ से अधिक किसानों को 3.04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। और आज 30000 एफपीओ/एसएचजी किसान समूहों को माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किया जाएगा।
माननीय मंत्री महोदय ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और कृषि मण्डियों के साथ-साथ महिला शसक्तिकरण एवं अन्य योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उपमहानिदेशक, महोदय ने बताया कि 731 कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं एफपीओ के माध्यम से लगभग 2 करोड़ किसान/किसान दीदी जुड़ गई है। इसके साथ-साथ लगभग 49 प्रतिशत क्षात्राएं विश्वाविद्यालयों में कृषि शिक्षा ग्रहण कर रही है। इसके साथ-साथ उपमहानिदेशक कृषि प्रसार ने उदमियता पर बात करते हुये बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि के साथ ही ड्रोन तकनीकी पर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है जिससे गाँव के लोग प्रशिक्षण प्राप्त करके स्वलम्बी हो रहे है। इस कार्यक्रम में लगभग 300 से अधिक किसान/ महिला सखियों, लखपति दीदियों एवं 55 से अधिक संस्थान के वैज्ञानिक, तकनीकी कर्मचारियों ने भाग लिया इसके साथ-साथ मंत्री महोदय ने इक्षु पत्रिका का विमोचन करने के साथ ही लखपति दीदियों और महिला सखियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। महिला सखी श्रीमती राजकुमारी मौर्य ने बताया कि भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ से प्रशिक्षण प्राप्त करके आज वह आधुनिक खेती कर रही है और किसान पाठ शाला चला कर किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रही है। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.वी.पी. सिंह, विभागाध्यक्ष फसल उत्पादन विभाग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।